नारी तेरे रूप हजार तुझसे ही सजता परिवार नारी तेरे रूप हजार तुझसे ही सजता परिवार
दारुण दावानल सी प्रचण्ड बर्फ की परत सी शीतल सांझ की स्याह सी तिमिर ऐ ! जिंदगी कितने दारुण दावानल सी प्रचण्ड बर्फ की परत सी शीतल सांझ की स्याह सी तिमिर ऐ ! ...
हर रणभूमि पर चलकर एक नया इतिहास रचा नारी हूं मैं, सदैव ही अपनी पहचान को नाम दिया। हर रणभूमि पर चलकर एक नया इतिहास रचा नारी हूं मैं, सदैव ही अपनी पहचान को नाम द...
चुप्पी के चक्रव्यूह को तोड़कर, नारी के कई रूप निखरेंगे। चुप्पी के चक्रव्यूह को तोड़कर, नारी के कई रूप निखरेंगे।
देती अपनी जान, भाण माँ बेटी भूवा। देती अपनी जान, भाण माँ बेटी भूवा।
एक नारी के हज़ार रूप है, उनकी ये कला क्या खूब है| एक नारी के हज़ार रूप है, उनकी ये कला क्या खूब है|